मिहींपुरवा में डेंगू का प्रकोप चरम पर,समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की व्यवस्था फेल

मिहींपुरवा में डेंगू का प्रकोप चरम पर,समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की व्यवस्था फेल

टेस्ट कराने के नाम पर किया जा रहा मरीजों का शोषण

 

रिपोर्ट आरडी कुशवाहा

बहराइच जिले के मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र में सीएचसी (मोतीपुर) मिहींपुरवा नगर पंचायत में डेंगू बुखार तेज़ी से वायरल रोग एडीज एजिप्टी मच्छर से फैलता रहा है। यह मच्छर रात में हमला करने वाले मलेरिया के मच्छरों के उलट दिन के समय मनुष्यों को काटता है। इसे ‘हड्डी तोड़ बुखार’ के रूप में भी जाना जाता है। दरअसल मिहींपुरवा नगर पंचायत में सफ़ाई अभियान तो चलाया जा रहा है लोकिन सिर्फ कागजों में धरातल पर सिर्फ जगह -जगह गंदगी का अम्बार लगा हुआ है।
सरकार की तरफ से गाँव – गाँव अभियान चला कर बताया जा रहा है कि डेंगू पीड़ित होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर सम्पर्क करें लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) में डेंगू से निपटने के कोई पुख्ता इंतजाम नही है।वहीं मिहींपुरवा में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।मरीजो को बैठने तक कि जगह नही है।जांच व दवाइयां तो दूर की बात है।इसके अलावा मरीजो के साथ शोषण भी व्यापक पैमाने पर हो रहा है मिहींपुरवा स्वास्थ्य केंद्र में दूरदराज से आए हुए मरीज़ों को कमीशन खोरी के चक्कर में बाहर पैथोलॉजी एवं डायग्नोस्टिक सेंटर भेज दिया जाता है केंद्र में दवाइयां हो या न हों पर डॉक्टरों द्वारा बाहर की दवाइयां जरूर लिख दिया जहां पर मरीज से मोटी रकम वसूली जाती है।

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