*कोतवाली पुलिस ने सौदेबाजी कर धारा 308 मैं मुकदमा पंजीकृत हुए मुलजिम को छोड़ा।*
*मुख्यमंत्री जी आखिर क्यों नहीं मिलता गरीबों को न्याय*
*पूरे दिन दलालों का लगा रहा मुलजिम को छुड़ाने को लेकर मेला कोतवाली पुलिस ने रात में कर दिया खेला।*
ब्यूरो रिपोर्ट
सहसवान। बदायूं पूरा मामला कोतवाली सहसवान क्षेत्र के ग्राम कुर्बान पुर का है।दिनांक 22-5-2023 को मोहम्मद अली से महबूब,पुत्र महफूज,व मुकीस,पुत्र महबूब, निवासी कुर्बान पुर दोनों लोगों ने जान से मारने की नियत से मोहम्मद अली के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ा दिया जिसमें मोहम्मद अली, पुत्र फकीर मोहम्मद, इसहाक, पुत्र शाह मोहम्मद,के ऊपर जान से मारने की नीयत से ट्रैक्टर चढ़ा दिया। दोनों लोग अरशद पुत्र मुनीफ के घर के पास खड़े हुए थे जिसको लेकर महबूब अली व मुकीस ट्रैक्टर चलाते हुए आए मुकीस ने कहा साले को ट्रैक्टर से दबा दो तो महबूब अली ने तेज गति से जानबूझकर मोहम्मद अली के ऊपर सोनालिका ट्रैक्टर चढ़ा दिया जिससे मोहम्मद अली गंभीर रूप से घायल हो गए वही इसहाक के भी गंभीर चोटें आई तथा मोटरसाइकिल यूपी 24/AA3512 को भी ट्रैक्टर के नीचे दबा दिया जिसमें बाइक भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। गंभीर हुए मोहम्मद अली व इसाहक को परिजन सहसवान समुदायक केंद्र लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने मोहम्मद अली की गंभीर हालत को देखते हुए बदायूं रेफर कर दिया ज़िला अस्पताल मे भर्ती मोहम्मद अली की हालात में सुधार ना होने पर मोहम्मद अली को बदायूं से अलीगढ़ रेफर कर दिया गया जहां वह अपनी जिंदगी और मौत से लड़ रहा है। परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताया यह सारी घटना महबूब अली उसके बेटे ने पुरानी रंजिश के चलते इस घटना को अंजाम दिया है। प्रार्थी के परिजनों की ओर से दोनों लोगों के खिलाफ कोतवाली पुलिस को तहरीर दी थी।तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई शुरू कर दी फरार चल रहे दोनों लोगों में से देर शाम कोतवाली पुलिस ने मुकीस को अपनी हिरासत में ले लिया जिसको लेकर देर रात तक उसको छुड़ाने को दलालों का कोतवाली के ओर पास जामबाड़ा लगा रहा।रात भर फैसले का दबाव बनाते रहे लगती रही बोली उस के दूसरे दिन पुलिस ने दलालों द्वारा आर्थिक साठगांठ कर मुकीश को छोड़ दिया जिसको लेकर पुलिस विभाग की फजीहत होती दिखाई दे रही है।
आखिर सहसवान कोतवाली मैं गरीबों को न्याय क्यों नहीं मिल रहा जबकि उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ कड़े निर्देशों में कहते नजर आते हैं कि फरियादी की फरियाद को सुनकर तत्काल उसका समाधान होना चाहिए लेकिन सहसवान कोतवाली में सब उल्टा होता नजर आ रहा है पुलिस की ओर से धारा 308, 338, 504, 506, 427 यदि धाराओं में मुल्जिमों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया उसके बावजूद भी कोतवाली पुलिस ने पकड़े हुए मुलजिम को दलालों द्वारा आर्थिक साठगांठ कर छोड़ दिया।
पीड़ित के परिजनों का कहना है।के अगर थाने से हमे न्याय नहीं मिला तो हम एसएसपी बदायूं से मिलेंगे न्याय के लिए हमे अगर मुख्यमंत्री के पास जाना पड़ा तो हम मुख्यमंत्री के पास भी जाएंगे
दोनों अभियुक्तों को जेल भेजने की गुहार लगाएगे।