वन टांगिया समुदाय की उपेक्षा करने वाले अधिकारियों कर्मचारियों पर जिलाधिकारी ने कड़ी फटकार
वन टांगिया समुदाय की उपेक्षा करने वाले अधिकारियों कर्मचारियों पर जिलाधिकारी ने कड़ी फटकार लगाई और कहा कि वन ग्रामों में अधिकारी समस्याओं के समाधान में प्राथमिकता के आधार पर कार्य करें। शिथिलता पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
दिनांक 2 सितम्बर 2023 को ब्लॉक मिहिनपुरवा में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में जनपद बहराइच के मोतीपुर तहसील अंतर्गत वनटांगिया ग्राम महबूबनगर के सैकड़ों निवासियों ने जिलाधिकारी मोनिका रानी से मुलाकात करके उन्हें बताया कि उनका गांव वन टांगिया ग्राम है जो 1922 में वानिकी कार्यों के लिए वन विभाग द्वारा बसाया गया था। देश आजाद हो जाने के बाद भी अभी तक उनका गांव राजस्व ग्राम में परिवर्तित नहीं हो सका है। इस नाते सुविधाओं और योजनाओं को गांव में लागू नहीं किया जा रहा है और ग्रामीणों के साथ भेदभाव किया जा रहा है । अभी इस ग्राम में लोगों को परिवार रजिस्टर की नकल भी जारी नहीं हो पाती है और ना ही उन्हें पंचायत चुनाव में वोट देने के लिए अधिकृत किया गया है। गांव वालों ने कहा कि वह लोग प्रधानमंत्री को चुन सकते हैं लेकिन प्रधान नहीं। केवल लोकसभा और विधानसभा में ही मतदान कर सकते हैं । अभी हाल ही में पेयजल मिशन द्वारा लगाए जाने वाले पाइप लाइन को वनटांगिया महबूबनगर में इसलिए नहीं लगाया गया क्योंकि उनका गांव राजस्व ग्राम नहीं है । पिछले 2 साल से लोग परिवार रजिस्टर की मांग के लिए शासन में ग्राम पंचायत अधिकारी से लेकर निदेशक, पंचायती राज, उत्तर प्रदेश के कार्यालय तक चक्कर काट चुके हैं लेकिन परिवार रजिस्टर भी नहीं प्राप्त कर सके हैं ।
वन अधिकारों के लिए पिछले 18 वर्ष संघर्षरत सामाजिक कार्यकर्ता जंग हिंदुस्तानी ने बताया कि वर्ष 2019 में वनग्राम महबूबनगर को राजस्व ग्राम किए जाने का प्रस्ताव जिला स्तर से शासन को भेजा जा चुका है किंतु जिला स्तर से लचर पैरवी के कारण अभी तक उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
फिलहाल वन निवासियों से मुलाकात के बाद जिलाधिकारी मोनिका रानी ने आश्वासन दिया है कि शीघ्र ही वनटांगिया ग्राम को राजस्व ग्राम का दर्जा दिलाया जाएगा।इस अवसर पर रामनिवास, रामचंद्र,अमिरका प्रसाद , गणेश गिरी सहित सैकड़ों महिला-पुरुष मौजूद रहे।